गृहिणी शशि ने ब्यूटी पार्लर स्वरोजगार में बनाई अलग पहचान 

0

सफलता की कहानी


 गृहिणी शशि ने ब्यूटी पार्लर स्वरोजगार में बनाई अलग पहचान 



मण्डीदीप के संजय नगर में रहने वाली शशि राजपूत को आज कौन नहीं जानता। एक समय था जब ब्यूटी पार्लर प्रबंधन केवल एक गृहिणी के रुप में हुआ करती थी। ग्राम परसोरा जिला रायसेन की रहने वाली शशि ने केवल 12 वी तक शिक्षा ग्रहण की तथा आगे की पढ़ाई के लिये गॉंव से बाहर जाना पड़ेगा यह सोचकर परिवार वालों ने आगे की शिक्षा पर रोक लगा दी। जिसके कारण शषि आगे की पढ़ाई नहीं कर सकी। वर्ष 2010 में शशि का विवाह मण्डीदीप में रहने वाले श्री रविन्द्र राजपूत से हुआ और शशि अपनी अलग पहचान बनाने के सपनों को समेट कर अपने ससुराल आ गई। इनके पति एक प्राइवेट कंपनी में काम करते है। संयुक्त परिवार में विवाह हुआ तो शशि एक अच्छी बहू की तरह  अपने परिवार का अच्छी तरह से ध्यान रखने लगी। परिवार के बढ़ने के साथ ही एक पुत्र की प्राप्ति हुई और आर्थिक रुप से समस्या होने लगी। तब शशि ने अपने परिवार की आर्थिक स्थिति को मजबूत करने के लिये स्वयं भी कुछ रोजगार करने के बारे में सोचा और अपने सपनों का साकार करने का मौका भी तलाशना शुरु किया। शशि की रुचि स्वरोजगार करने में थी जिसके चलते उसने जानकारी लेना शुरु किया कि स्वरोजगार हेतु प्रशिक्षण कहॉं से मिलेगा और इसी दौरान पड़ोस में रहने वाली एक सहेली ने शशि को रुडसेट संस्थान भोपाल के विषय में जानकारी दी। जहॉं पर विभिन्न विषयों पर निःशुल्क स्वरोजगारोन्मुखी प्रशिक्षण दिया जाता है। शशि ने रुडसेट संस्थान में जाकर जानकारी ली और अपनी रुचि के अनुसार ब्यूटी पार्लर प्रबंधन प्रशिक्षण के लिये आवेदन किया। कुछ समय बाद शशि ने रुडसेट संस्थान से 30 दिवसीय ब्यूटी पार्लर प्रबंधन का प्रशिक्षण प्राप्त किया तथा अपने पास के ही एक पार्लर में पार्ट टाइम जॉंब करने लगी। जब शशि को पूरा आत्म विष्वास हो गया था कि वो अपना स्वरोजगार सफलतापूर्वक चला सकती है। तब अपने पति की मदद तथा बैंक ऑफ बड़ौदा, मण्डीदीप से मुख्यमंत्री स्वरोजगार योजना के अंतर्गत 1 लाख रुपये का लोन लेकर हनी ब्यूटी पार्लर, पाल मोहल्ला, मेन रोड, पाल धर्मशाला के पास, मण्डीदीप में शुरु किया। आज हनी ब्यूटी पार्लर का मण्डीदीप में अच्छा नाम है और शषि अपनी सफलता का पूरा श्रेय रुडसेट संस्थान भोपाल को देती है। जहॉं से उन्हें न केवल ब्यूटी पार्लर के विषय में सिखाया गया, बल्कि व्यवसाय करने के तरीके, सफल उद्यमी के गुण, बैंक एवं बीमा आदि की जानकारी भी विस्तार से दी गई जिससे वे आज सफलतापूर्वक अपना स्वरोजगार चला रही है।  


एक टिप्पणी भेजें

0टिप्पणियाँ
* Please Don't Spam Here. All the Comments are Reviewed by Admin.

Please Select Embedded Mode To show the Comment System.*

#buttons=(Accept !) #days=(20)

Our website uses cookies to enhance your experience. Learn More
Accept !