दोस्त हों तो ऐसे... अपने यार की स्मृति को जिंदा रखने
पॉलिटेक्निक के 20 विद्यार्थियों को दिए 1.10 लाख के मोबाइल
-स्मार्टफोन के अभाव में गरीब छात्र-छात्राओं की पढ़ाई हो रही थी बाधित
- हरदा ओल्ड बॉयज एसोसिएशन की अनूठी पहल
फोटो 1 हरदा। विद्यार्थियों को स्मार्टफोन देते हुए पूर्व छात्र
हरदा। लोग आज भी सच्ची दोस्ती के नाम पर कुछ भी कर गुजरने को तैयार रहते हैं ऐसा ही एक उदाहरण बुधवार को हरदा के कार्की पॉलिटेक्निक कॉलेज में सामने आया यहां 1986 में सिविल इंजीनियरिंग की पढ़ाई के बाद भोपाल में इंजीनियर बन कर नौकरी कर रहे सुनील मोरम कर का 2015 में असामयिक निधन हो गया अपने ग्रुप में हमेशा सक्रिय रहते थे सभी उन्हें बहुत प्रेम भी करते थे। बुधवार को हरदा ओल्ड बॉयज एसोसिएशन के उनके अन्य साथियों ने हरदा पॉलिटेक्निक के जरूरतमंद 20 छात्र छात्राओं के लिए अपने दोस्त सुनील की याद में 1.10लाख रुपए के नए स्मार्टफोन भोपाल से खरीदें जिन्हें बुधवार को दोपहर में हरदा पहुंचकर इन छात्र-छात्राओं को मोबाइल बांटे जिससे उनकी ऑनलाइन पढ़ाई प्रभावित ना हो और वे जीवन में अपने लक्ष्य को हासिल कर सकें। प्राचार्य विजय कुमार तिवारी ने बताया कि हरदा और बॉयज एसोसिएशन पिछले 15 साल से पॉलिटेक्निक के प्रति बहुत ही समर्पित और सहयोग की भावना रखता है उन्होंने बताया कि 2010 में इस बैच के विद्यार्थियों ने कॉलेज का प्रवेश द्वार एलुमनी के नाम से बनवाया 2012 में पॉलिटेक्निक कॉलेज का गोल्डन जुबली वर्ष था इसमें इन विद्यार्थियों ने एलिवेशन व हैंगिंग पोर्च बनवाया। तिवारी ने बताया कि जब उन्हें कालेज में स्मार्टफोन के अभाव में कुछ बच्चों की पढ़ाई प्रभावित होने की जानकारी मिली तो वे इनकी मदद के लिए तुरंत राजी हो गए उन्होंने कालेज प्रबंधन से इन छात्र-छात्राओं के नाम की सूची मांगी जिनके नाम से नए स्मार्टफोन खरीद कर बुधवार को बे खुद यहां देने पहुंचे
हरदा ओल्ड बॉय एसोसिएशन के डॉ शैलेंद्र बागरे ने बताया कि 1986 में उनके साथी रहे इंजीनियर सुनील मुरमकर का 2015 में असामयिक निधन हो गया। इसी बीच एसोसिएशन को पता चला कि कॉलेज में स्मार्टफोन के अभाव में कुछ गरीब बच्चे ऑनलाइन पढ़ाई नहीं कर पा रहे हैं इसके लिए उन्होंने प्राचार्य से संपर्क किया और अपने दोस्त सुनील की याद में 20 नए स्मार्टफोन उपलब्ध कराए।बुधवार को कॉलेज में प्राचार्य वीके तिवारी एसोसिएशन के डॉ शैलेंद्र बागरे अनिल गुलाटी अजय देवड़ा ने चयनित जरूरतमंद विद्यार्थियों को स्मार्टफोन बांटे।
डॉ बागरे ने कहा कि वे इसी कॉलेज से पढ़कर इंजीनियर बने हैं। उनका नाम और पहचान इसी कॉलेज और यहां के गुरुजनों की देन है। जिसे भी जीवन में कभी नहीं भूल सकते हैं उन्हें सभी को यह बताने में गर्व महसूस होता है उन्होंने कहा कि एसोसिएशन जरूरतमंद विद्यार्थियों की मदद के रूप में संस्था का कर्ज चुका रहा है यह उनका फर्ज भी है। स्विमिंग पुल एक्सपर्ट इंजीनियर अनिल गुलाटी ने कहा कि हर व्यक्ति को एक दूसरे की मदद करना चाहिए उन्होंने विद्यार्थियों से कहा कि जीवन में वे जब भी किसी की मदद करने लायक बन जाएं तब किसी की मदद मैं पीछे ना रहे इससे इंसान को वास्तविक खुशी मिलती है। इंजीनियर अनिल देवड़ा ने कहा कि अपने लिए तो सभी जीते हैं, कभी हमें वह काम भी करना चाहिए जिससे दूसरे की मदद हो और उन्हें खुशी मिले। संचालन कर रहे आबिद अली ने कहा कि ने विद्यार्थियों को स्मार्टफोन का उपयोग पढ़ाई में करते हुए अगले लक्ष्य की ओर बढ़ना है उन्होंने ऐसे विद्यार्थियों से प्रेरणा लेने को कहा। कार्यक्रम में एमके सारन आरके दोगने आदि मौजूद रहे।
मोबाइल वितरण के बाद शैलेंद्र बागरे अनिल गुलाटी और अजय देवड़ा जब बाहर निकल रहे थे तब उनकी कॉलेज के दाएं और दीवार पर उनके बैच के विद्यार्थियों के नाम लगी तख्ती पर पड़ी उनके कदम वहीं रुक गए उन्होंने सोशल मीडिया से सुनील मुरमकर का फोटो निकाला फिर तख्ती के साथ सेल्फी ली इसके बाद भी भोपाल के लिए रवाना हुए। उन्होंने कहा कि उनके दोस्त की याद में कॉलेज के अन्य जरूरतमंद विद्यार्थियों की हर संभव मदद के लिए वे तैयार रहेंगे
हरदा। अपने दिवंगत दोस्त का बोर्ड में नाम देखकर भाव विभोर हुए पूर्व छात्र
यह बने सहयोगी
इंजीनियर अजय श्रीवास्तव शैलेंद्र बागरे राजेश यादव बृजेश मांझी भवानी शंकर पाणिग्राही,संजय श्रीवास्तव अशोक सोनी नरेंद्र शर्मा सुनील शर्मा अजय देवड़ा राजेश शर्मा आलोक पटेल कंवलजीत बाजवा अनिल गुलाटी महेंद्र अग्रवाल ने स्मार्टफोन खरीदी में सहयोग दिया