पंजाब | पीयू ने दो साल पहले योजना बनाई थी कि डिग्रियां ऑनलाइन दी जाएंगी। इसकी शुरुआत पीएचडी की डिग्रियों से हुई थी। अब परास्नातक की डिग्रियां भी ऑनलाइन मुहैया होंगी । 16 हजार डिग्रियों को ऑनलाइन किया गया। इसी बीच कोरोना आ गया। ऑनलाइन परीक्षा का विकल्प निकाला गया था।
पंजाब यूनिवर्सिटी चंडीगढ़ दिवाली के बाद विद्यार्थियों को फिर से ऑनलाइन डिग्रियां मुहैया कराएगी। इसकी तैयारियां चल रही हैं। पहले डिग्रियां अपलोड होंगी और कुछ फीडिंग का काम भी होगा। उसके बाद एक पासवर्ड के जरिए छात्र घर बैठे ही डिग्रियां पा सकेंगे। पीयू ने दो साल पहले योजना बनाई थी कि विद्यार्थियों को डिग्रियां ऑनलाइन दी जाएंगी। इसकी शुरुआत पीएचडी की डिग्रियों से हुई। इसका लाभ बड़े पैमाने पर छात्रों को मिला, तो पीयू ने फिर परास्नातक की डिग्रियां भी ऑनलाइन मुहैया कराने की योजना बनाई।
2016-17 से पासआउट हुए पीजी विद्यार्थियों की लगभग 16 हजार डिग्रियों को ऑनलाइन किया गया। इसी बीच कोरोना आ गया। ऐसे में पीयू के सामने संकट खड़ा हुआ कि परीक्षाएं कैसे होंगी। ऑनलाइन परीक्षा का विकल्प निकाला गया और कॉपियां चेक करवाई गईं। इसी में परीक्षा नियंत्रक कार्यालय का समय चला गया और डिग्रियां ऑनलाइन नहीं हो पाईं। हालांकि पीयू ने कहा था कि जल्द ही इस पर काम शुरू करेंगे।
वेरिफिकेशन भी होगा ऑनलाइन
अब पीयू ने घोषणा की है कि दिवाली के बाद ऑनलाइन डिग्रियों पर काम होगा। इस व्यवस्था के जरिए विद्यार्थियों को बड़े पैमाने पर लाभ मिलेगा। पीयू ने संबंधित एजेंसी को डिग्री का प्रोफार्मा दिया है, जो विद्यार्थियों को मिलेगी, उस पर कहीं भी सवाल नहीं उठाए जा सकेंगे। यदि कहीं नौकरी या दाखिले के लिए विद्यार्थी वेरिफिकेशन करवाना चाहते हैं, तो वे सीधे संबंधित संस्थान को कोड दे देंगे, जहां एक ही मिनट में वेरिफाई कर दिया  जाएगा। इससे समय की बचत होगी और काम भी आसानी से हो जाएगा। पीयू की योजना यह भी है कि स्थापना से लेकर अब तक जितने विद्यार्थी पढ़े हैं, उनका पूरा रिकॉर्ड भी ऑनलाइन होगा, जिसको एक कोड के जरिए चेक किया जा सकेगा। इस पर भी तेजी से काम चल रहा है।