नई दिल्ली । केंद्रीय सड़क परिवहन और राजमार्ग मंत्री नितिन गडकरी ने स्वास्थ्य और परिवार कल्याण राज्य मंत्री डॉ. भारती प्रवीण पवार की उपस्थिति में एम्स नागपुर के तीसरे स्थापना दिवस के अवसर पर एक डिजिटल कार्यक्रम की अध्यक्षता की। इस अवसर पर राज्यसभा से संसद सदस्य डॉ. विकास महात्मे और महाराष्ट्र के ऊर्जा एवं संरक्षक मंत्री (नागपुर) डॉ. नितिन राउत भी उपस्थित थे। गडकरी ने कहा कि विदर्भ क्षेत्र की आवश्यकताओं को ध्यान में रखते हुए नागपुर एम्स जैसे प्रतिष्ठित संस्थान की स्थापना के साथ, मध्य भारत के सभी सीमावर्ती राज्यों के रोगियों को यहां सस्ती और आधुनिक चिकित्सा सुविधाएं उपलब्ध होंगी। उन्‍होंने कहा कि हालांकि, हमें यह भी सुनिश्चित करना होगा कि इन सुविधाओं का लाभ न केवल शहरों बल्कि हमारे क्षेत्र के दूरदराज के गांवों के लोगों तक भी पहुंचे। क्षेत्रीय असंतुलन को दूर करने के लिए हाल ही में निर्मित एम्‍स संस्‍थानों को आवश्‍यक बताते हुए गडकरी ने कहा कि वर्तमान एम्स की संख्या को दोगुना करने से भारत की आकांक्षाओं को बेहतर ढंग से पूरा किया जा सकेगा। डॉ. पवार ने प्रसन्‍नता व्यक्त की कि सरकार के प्रयासों के कारण देश के वंचित क्षेत्रों को तृतीयक स्वास्थ्य देखभाल सुविधाएं मिल रही हैं। उन्‍होंने कहा कि हम सभी जानते हैं कि आजादी के इतने दशकों के बाद भी देश में केवल 6 एम्स बनाए गए थे। तत्पश्चात वर्ष 2014 में सरकार ने प्रधानमंत्री नरेन्‍द्र मोदी के नेतृत्व में हर राज्य में एम्स का निर्माण करने की नीति तैयार की।