अमृतसर| पंजाब के नवनियुक्त मुख्यमंत्री चरणजीत सिंह चन्नी ने दो उपमुख्यमंत्रियों सुखजिंदर सिंह रंधावा ,ओपी सोनी और पंजाब प्रदेश कांग्रेस कमेटी (पीपीसीसी) के अध्यक्ष नवजोत सिंह सिद्धू के साथ बुधवार सुबह स्वर्ण मंदिर में माथा टेकने के बाद कहा कि उनका शासन धर्म के अनुसार चलेगा. उन्होंने पंजाब में बेअदबी की घटनाओं में न्याय दिलाने की घोषणा भी की.
मीडिया के साथ एक संक्षिप्त बातचीत में मुख्यमंत्री ने कहा कि उनका शासन धर्म द्वारा निर्देशित होगा. उन्होंने कहा कि बेअदबी की घटनाओं के मामले में पंथ द्वारा मांगा गया न्याय जल्द ही दिया जाएगा. चन्नी अपने दो डिप्टी और पीपीसीसी अध्यक्ष के साथ करीब मंगलवार 12 बजे अमृतसर पहुंचे थे और सिद्धू के घर पर रुके थे. लगभग 4.30 बजे वे सभी स्वर्ण मंदिर पहुंचे जहां उन्होंने परिक्रमा और पालकी साहिब की सेवा की. उन्होंने आधे घंटे से अधिक समय तक कीर्तन सुना.
मीडिया के साथ बातचीत करते हुए पीपीसीसी अध्यक्ष नवजोत सिंह सिद्धू ने चन्नी को छोटे भाई के रूप में संबोधित किया. उन्होंने कहा कि उन्हें अपने राजनीतिक करियर के 17 वर्षों में उस तरह का राजनीतिक अनुभव कभी नहीं मिला, जो उन्होंने पिछले दो दिनों में एक विनम्र और चतुर व्यक्ति के साथ रहकर मिला. सिद्धू ने कहा कि यह अहसास अभी हुआ कि कांग्रेस निडर होकर लोगों की सेवा कर सकती है.
मुख्यमंत्री की प्रशंसा करते हुए प्रदेश कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष ने कहा कि पंजाब की राजनीति मुद्दों से भटक गई है और मुख्यमंत्री ने इसे आम लोगों के मुद्दों पर वापस ला दिया है. अगर हम लोगों के मुद्दों को हल नहीं कर सकते हैं तो हम हैं सच्चे सिख नहीं हैं. बाद में सभी ने जलियांवाला बाग जाकर शहीदों को श्रद्धांजलि दी और फिर राम तीर्थ और दुर्गियाना मंदिर में माथा टेका.