भोपाल  । मध्य प्रदेश में होने वाले उपचुनाव के मद्देनजर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ तूफानी दौरे की तैयारी कर रहे हैं। कमलनाथ 17 अक्टूबर को छतरपुर जिले के खजुराहो पहुंचेंगे। उसके बाद निवाड़ी जिले की पृथ्वीपुर विधानसभा के जेरोन में सभा लेंगे। इस कार्यक्रम के बाद कमलनाथ मंडल-सेक्टर-बूथ के पदाधिकारियों की बैठक लेंगे और जनसभा को संबोधित करेंगे।
जानकारी के मुताबिक, 18 अक्टूबर को पूर्व मुख्यमंत्री बुरहानपुर जिले के नेपानगर पहुंचेंगे। यहां धूलकोट में जनसभा को संबोधित करेंगे। जनसभा के बाद वे खंडवा जिले की मांधाता विधानसभा के पुनासा पहुंचेंगे। यहां भी वे जनता से रूबरू होंगे। 19 अक्टूबर को प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष कमलनाथ सतना पहुंचेंगे। यहां रैगांव विधानसभा के सिंहपुर आने के बाद पटपरनाथ धाम में भगवान शिव के दर्शन करेंगे। मंदिर के बाद वे मंडल-सेक्टर-बूथ के पदाधिकारियों की बैठक लेंगे और जनता को संबोधित करेंगे। कमलनाथ 20 अक्टूबर को देवास जिले की बागली विधानसभा के पुंजापुरा जाएंगे। यहां जनसभा को संबोधित करेंगे। इसके बाद खंडवा जिले की पंधाना विधानसभा जाएंग। यहां भी वे जनता से रूबरू होंगे।
कांग्रेस ने हिंदुत्व के मुद्दे को बनाया हथियार
कांग्रेस भी भाजपा को टक्कर देने के लिए हिंदुत्व के मुद्दे को हथियार बना रही है। उसने उपचुनाव में बंटवाने के लिए श्रीराम लेखन की पुस्तिका छपवाई है। इसमें भगवान राम के साथ ही कांग्रेस नेताओं की फोटो छपी हैं, जिसके जरिए हिंदू वोटों की लॉबिंग की जाएगी। इंदौर संभाग की खंडवा लोकसभा और जोबट विधानसभा सीट समेत चार सीटों पर हो रहे उपचुनाव में जैसे जैसे मतदान की तारीख नजदीक आती जा रही है वैसे वैसे भाजपा और कांग्रेस के बीच चुनावी घमासान तेज होता जा रहा है। कांग्रेस उपचुनाव में राम के सहारे नैया पार लगाने की जुगत में लग गई है। यही वजह है कि चुनाव वाले क्षेत्रों में श्रीराम लेखन की पुस्तिकाएं बंटवाने जा रही है।
अयोध्या की फ्री में सैर
इस एक पुस्तक में 11 हजार बार राम का नाम लिखना होगा। जो लोग इसमें राम नाम लिखेंगे उन्हें अयोध्या की फ्री में सैर कराई जाएगी। इस पुस्तक पर भगवान राम के साथ कांग्रेस नेताओं की फोटो छपी हैं। इस पुस्तक को बांटने वाले कांग्रेस के प्रदेश सचिव विवेक खंडेलवाल का कहना है भाजपा सिर्फ वोट के लिए राम के नाम का उपयोग करती है, लेकिन असल राम राज्य तो कांग्रेस सरकार ही लाएगी। राम मंदिर की बात करने वाली भाजपा को भी मालूम है कि राम मंदिर का ताला स्वर्गीय राजीव गांधी ने ही खुलवाया था। इस पुस्तक को आम लोगों तक पहुंचाया जाएगा और उन्हें बताया जाएगा कि राम के नाम पर कांग्रेस वोट नहीं मांगती है बल्कि प्रभु श्रीराम के सुशासन को लागू करने का काम भी करती है।