भोपाल | उन्हें केंद्र में मंत्री का ओहदा भी मिला हुआ है। लेकिन लगता है अभी भी भाजपा के एक खेमे को सिंधिया रास नहीं आ रहे हैं। तभी तो भाजपा के एक सांसद ने सिंधिया को अनुशासन का पाठ पढ़ा डाला है। इस सांसद का नाम है केपी यादव और अपने बयान में उन्होंने कहा है कि सिंधिया को अपने समर्थकों को समझाना चाहिए कि वे अब भाजपा कार्यकर्ता हैं। उन्हें भाजपा के अनुशासन में रहकर काम करना चाहिए।
2019 में सिंधिया को मात दे चुके हैं केपी
बता दें कि केपी यादव वही हैं जिन्होंने 2019 में कांग्रेस छोड़ी थी। उन्होंने भाजपा के टिकट पर गुना-शिवपुरी सीट से सिंधिया के खिलाफ चुनाव लड़ा था। तब केपी यादव ने सिंधिया को हराया भी था। लेकिन बाद में ऐसी परिस्थितियां बदलीं कि सिंधिया ने कांग्रेस को अलविदा कहकर भाजपा का दामन थाम लिया। सिंधिया राज्यसभा सदस्य बने और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के मंत्रिमंडल विस्तार में उन्हें केंद्रीय मंत्री भी बनने का मौका मिल गया है।
यह है केपी यादव का बयान
सिंधिया के साथी रहे सांसद केपी यादव ने हाल ही एक टीवी चैनल को बयान दिया है कि सिंधिया समर्थकों को यह समझना चाहिए कि वे अब भाजपा के कार्यकर्ता हैं। भाजपा कार्यकर्ता बैस पार्टी है। उन्हें अऩुशासन में रहना चाहिए। यादव ने सिंधिया को अपने समर्थकों को इस तरह की समझाइश देने की भी सलाह दे दी है। वहीं केपी यादव के इस बयान पर कांग्रेस में खुशी का माहौल है। मध्य प्रदेश में कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष नरेंदर सलूजा ने यह लिखकर ट्वीट किया है कि ‘टिकाऊ को बिकाऊ की सलाह’।