पटना । हवाई यात्रा के लिए आनन-फानन में फर्जी आरटी-पीसीआर जांच रिपोर्ट मुहैया कराने वाले प्लाज्मा डायग्नोस्टिक सेंटर को गुरुवार दोपहर पुलिस ने सील कर दिया। इस दौरान वीडियोग्राफी भी कराई गई। पूरी कार्रवाई एसीएमओ डा. अविनाश कुमार सिंह की मौजूदगी में की गई। स्वास्थ्य विभाग ने प्लाज्मा डायग्नोस्टिक सेंटर के आसपास की लैब की भी जांच के निर्देश दिए हैं। सिविल सर्जन डा. विभा कुमारी सिंह ने बताया कि डायग्नोस्टिक सेंटर छह घंटे की प्रक्रिया वाली आरटी-पीसीआर की जांच रिपोर्ट दो घंटे में देने का दावा करते थे।
चश्मे की दुकान में काउंटर, लैब का सेटअप भी नहीं
जांच टीम ने पाया कि प्लाज्मा डायग्नोस्टिक के पास किसी भी तरह की जांच के लिए कोई सेटअप नहीं था। जिन तीन पैथालाजी के कैशमेमो जब्त किए गए, उनके कलेक्शन सेंटर संबंधी कागजात भी उनके पास नहीं थे। डायग्नोस्टिक सेंटर का काउंटर भी चश्मे की दुकान के एक कोने में था।
जांच टीम को एयरपोर्ट पदाधिकारियों ने बताया कि दो माह पूर्व अमित कुमार गुप्ता नामक एक यात्री संदिग्ध रिपोर्ट के साथ पकड़ा गया था। उसे एयरलाइंस के एक कर्मी ने बेली रोड पिलर संख्या 83 के पास स्थित प्लाज्मा डायग्नोस्टिक जांच घर का विजिटिंग कार्ड दिया था। उस पर दो घंटे में आरटी-पीसीआर रिपोर्ट के लिए संपर्क करने को कहा गया था।
अपर मुख्य चिकित्सा पदाधिकारी डा. अविनाश कुमार सिंह ने बताया कि प्लाज्मा डायग्नोस्टिक सेंटर पर महामारी एक्ट के तहत प्राथमिकी कराई गई है। इसमें सजा का प्रावधान है। आपको बता दें कि हवाई यात्रा से पहले आटी-पीसीआर की रिपोर्ट अनिवार्य किए जाने के कारण इससे जुड़ा फर्जीवाड़े का खेल शुरू हो गया है।