भोपाल । स्कूल शिक्षा विभाग में सालों से जमे अधिकारियों को स्थानांतरण होने के बावजूद री‎लिव नहीं ‎किया जा रहा है। ये अ‎धिकारी  सालों से यही प्रतिनियुक्‍ति पर जमे हुए हैं। कई बार इन लोगों के स्थानांतरण ‎किए गए ले‎किन ऐनकेन प्रकारेण एक ही जगह पर जमे रहने में हर बार कामयाब हो जाते हैं1उनका स्थानांतरण होने के बाद भी वहां से जा नहीं पाते हैं। इस कारण हर विभाग का कार्य प्रभावित हो रहा है। हालांकि सालों से जमे कुछ अधिकारियों का अभी हाल में स्थानांतरण किया गया, लेकिन इसके बाद भी रिलीव नहीं किया जा रहा है। इन अधिकारियों का स्थानांतरण् हुए दो माह से ज्यादा समय बीत चुका है। इनमें से कई अधिकारी स्थानांतरण निरस्त कराने की जुगाड़ में स्कूल शिक्षा मंत्री के बंगले का चक्कर लगा रहे हैं।स्कूल शिक्षा विभाग में अगस्त तक करीब तीन हजार शिक्षकों के स्थानांतरण किए गए थे। इसमें से लोक शिक्षण संचालनालय (डीपीआइ), राज्य शिक्षा केंद्र, माध्यमिक शिक्षा मंडल (माशिमं) सहित कुछ अन्य जगहों पर सालों से पदस्थ अधिकारियों के स्थानांतरण कर दिए गए थे। कुछ अधिकारी स्थानांतरण होने के बाद रिलीव हो चुके है। लेकिन सालों से पदस्थ अधिकारियों की इस सूची में लोक शिक्षण व राज्य शिक्षा केंद्र जेडी एचएस रिजवी, डीबी प्रसाद, मुकेश शर्मा, सच्चिदानंद प्रसाद, उस्मान खान समेत कई अधिकारियों के भी स्थानांतरण हुए। दो माह से ज्यादा समय बीतने के बाद भी इन्हें रिलीव नहीं किया गया है। बताया जाता है कि इनमें से कुछ अधिकारी मंत्री के बंगले पर सिर्फ स्थानांतरण निरस्त करवाने की जुगाड़ में घूम रहे है। इस मामले में स्कूल शिक्षा विभाग के स्कूल शिक्षा राज्य मंत्री इंदर सिंह परमार ने कहा कि जिन अधिकारियों के स्थानांतरण हुए है, उसमें कुछ ने निरस्त कराने या संशोधन के लिए आवेदन आए हैं। स्कूल शिक्षा विभाग के कई विभागों में प्रदेश के करीब छह हजार शिक्षक प्रतिनियुक्ति पर जमे हैं। इसमें से कई शिक्षकों को प्रतिनियुक्ति से हटाने के लिए आदेश जारी होते हैं, लेकिन फिर भी वे विभाग के कार्यालयों में बाबूगीरी कर रहे हैं। इससे स्कूलों में शिक्षण कार्य प्रभावित होता है। जल्द ही मामले में कार्रवाई होगी। हालांकि सालों से एक ही जगह पर जमे अधिकारियों का स्थानांतरण निरस्त नहीं किया जाएगा, इसमें संशोधन जरूर हो सकता है।