नई दिल्ली । कांग्रेस महासचिव और यूपी प्रभारी प्रियंका गांधी ने कहा कि लखीमपुर जाते वक्त उन्हें धक्का देकर हाथापाई की गई। वहीं गिरफ्तारी के लिए यूपी पुलिस ने कोई कागज भी नहीं दिखाया।दरअसल प्रियंका गांधी सोमवार को तड़के लखीमपुर के लिए निकलीं थीं, जहां कथित तौर पर केंद्रीय गृह राज्य मंत्री अजय मिश्रा के बेटे आशीष उर्फ मोनू मिश्रा की कार ने किसानों को रौंद दिया था,जिससे चार किसानों की मौत हो गई। घटना में ड्राइवर और अन्य नागरिकों के साथ एक पत्रकार की भी मौत हुई है। दुर्घटना में मरने वालों की कुल संख्या 10 हो गई है।
कांग्रेस नेता ने कहा, उन्होंने मुझे कोई कागज नहीं दिखाया, अगर वे मुझे कोई कागज नहीं दिखाते हैं,तब मैं इस किडनैपिंग कहूंगी। प्रियंका गांधी को यूपी पुलिस ने हिरासत में लेकर सीतापुर स्थित गेस्ट हाउस में रखा है, जहां उन्होंने मीडिया से बात की। प्रियंका गांधी ने कहा, ‘बताया गया कि वो सेक्शन 151 के तहत गिरफ्तार की गई हैं, इसका मतलब है कि वे ‘भविष्य में होने वाले अपराध को अंजाम देने वाली थीं।
उन्होंने कहा, अगर वहां मुझ पर 24 घंटे के भीतर सेक्शन 151 के तहत आरोप नहीं लगाते हैं,तब मैं आजाद हूं।लेकिन मैं अपने वकीलों से बात नहीं कर पा रही हूं।मुझे बताया गया है कि मेरे पास अधिकार है। कांग्रेस नेता ने सवाल उठाया कि मंत्री पुत्र को अभी तक पुलिस ने गिरफ्तार क्यों नहीं किया है? बता दें कि केंद्रीय गृह राज्य मंत्री अजय कुमार मिश्रा के बेटे आशीष पर लखीमपुर जिले में प्रदर्शन कर रहे किसानों को कार से रौंदने का आरोप लगा है। प्रियंका गांधी ने कहा, ये किस तरह के राष्ट्रवादी हैं? जो ऐसा कानून बनाते हैं, जो किसानों को पूरी तरह से तबाह कर देगा.’