पूर्व मुख्यमंत्री लालू प्रसाद यादव और राबड़ी देवी के बड़े बेटे तेजप्रताप यादव ने लोकनायक जयप्रकाश नारायण की जयंती पर सोमवार को जनशक्ति यात्रा निकाली। यात्रा के तहत तेजप्रताप करीब ढाई किलोमीटर नंगे पांव पैदल चले। इस दौरान एक कार्यकर्ता उनके पैर सड़क पर पड़ने से पहले पानी गिराता दिखा।
सोशल मीडिया में यह तस्वीर देखकर लोग अनुमान लगा रहे हैं कि पदयात्रा में पैर में छाले न पड़ें इसलिए सड़क पर पानी गिराया गया। यात्रा के तेजप्रताप ने इस पदयात्रा का एक वीडियो भी जारी किया। वीडियो में उनके कई कार्यकर्ताओं के पैर में छाले दिखाते हुए कहा जा रहा है कि यह अभियान अब जारी रहेगा। तेज प्रताप ने कहा कि उनके कार्यकर्ता अपने संघर्ष को मुकाम तक पहुंचाने के लिए पूरा दम लगाकर मेहनत कर रहे हैं।
सोमवार को यह पदयात्रा तेजप्रताप ने 'छात्र जनशक्ति परिषद' के बैनर तले निकाली थी। वह अपने समर्थकों के साथ गांधी मैदान पहुंचे। वहां लोकनायक जयप्रकाश नारायण की प्रतिमा पर माल्यार्पण किया। इसके बाद नंगे पांव कदमकुआं स्थित जेपी निवास (चरखा समिति) तक गए। जेपी आवास पर पहुंचकर तेजप्रताप ने उनके दिखाए रास्ते पर चलने का संकल्प लिया।
तेजप्रताप यादव पार्टी से नाराज चल रहे हैं। कल उन्होंने अपने बगावती तेवर दिखाते हुए यहां तक कह दिया कि राजद से उन्हें निकालने की हिम्मत किसी में भी नहीं है।तेजप्रताप यादव ने कहा कि उनका किसी से कोई विवाद नहीं है। परिवार अलग जगह है और सियासी लड़ाई अलग जगह है। उन्होंने कहा कि राजद से उन्हें कोई नहीं निकाल सकता। उन्होंने कहा कि भाई तेजस्वी यादव से उनका कोई विवाद नहीं है।
मां से नहीं की मुलाकात
रविवार को उनकी मां राबड़ी देवी उन्हें मनाने उनके घर पहुंची थीं लेकिन उनसे तेजप्रताप की मुलाकात नहीं हुई। सोमवार को भी गांधी मैदान जाते समय उनका काफिला मां राबड़ी देवी के घर के सामने से गुजरा लेकिन तेजप्रताप ने मां से मुलाकात नहीं की। हालांकि उन्होंने दावा किया कि यात्रा के लिए वह अपनी मां का आशीर्वाद लेकर निकले हैं।