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निगमायुक्त भोपाल पांच बिंदुओं में दें जवाबfire
भोपाल शहर में मकान-फ्लैट में धधकती आग के बीच जाकर रेस्क्यू करने से लेकर टावर पर चढ़े लोगों को सुरक्षित नीचे उतारने में पुलिस व प्रशासन की मदद करने वाले नगर निगम के फायर कर्मचारियों को एक माह का बमुश्किल सात हजार रूपये वेतन मिलता है। लंबे समय से ये रिस्क अलाउन्स की मांग कर रहे हैं। लेकिन इन्हें नहीं दिया जा रहा है। नगर निगम दैनिक वेतनभोगी की तरह इन्हें रखता है। जबकि सभी के पास अनुभव व फायर शाखा में काम करने के लिए प्रमाण पत्र भी है। शहर में जलभराव हो या आगजनी, पेड़ गिरने से लेकर अन्य कामों के लिये भी ये लोग हमेशा काम करने को तैयार रहते हैं। मामले में आयोग ने आयुक्त, नगर निगम, भोपाल से तथ्यात्मक प्रतिवेदन मांगा है। आयेाग ने नगर निगम आयुक्त से पूछा है कि 01. नगर निगम में कुल कितने फायर कर्मचारी हैं ? 02. ये कर्मचारी कब से (कितने समय से) काम कर रहे हैं ? 03. ये कर्मचारी नियमित हैं या दैनिक वेतनभोगी या संविदा या और कुछ ? 04. इन्हें रिस्क अलाउन्स मिल रहा है या नहीं ? 05. इन पर कौन से नियम लागू होते हैं ?