दशहरा के ‎दिन होगा बुराई प्रतीकों का दहन


भोपाल । राजधानी में दशहरा पर्व धूमधाम से मनाने की तैयारी धूमधाम से प्रारंभ हो चुकी है। दशहरा पर्व पर बुराई के प्रतीकों के दहन के ‎लिए  रावण, कुंभकर्ण और मेघनाथ के पुतले बनाने का काम शुरु हो चुका है। शहर में अनेक जगहों पर रावण, कुंभकर्ण व मेघनाद के पुतले आकार लेने लगे हैं। शहर के बिट्टन मार्केट बासंखड़ी, अवधपुरी जंबूरी मैदान, लालघाटी, करोंद, अयोध्या बायपास शहर के अन्य जगहों पर रावण, कुंभकर्ण व मेघनाथ के पुतले बनाए जा रह हैं। चार से लेकर 21 फीट ऊंचे फीट रावण के पुतले बनाए जा रहे हैं। पुतलों में पटाखे लगाए जा रहे हैं। साथ ही पुतलों को अलग-अलग रंगों से सजाया जा रहा है। पुतलों के लिए पहले बांस की बल्लियों से ढांचा तैयार किया जा रहा है। आकार देकर कागज लपेटे जाते हैं। इसके बाद रंगीन कागजों और रंगों से मुंह, हाथ, पैर बनाए जाते हैं। इस बार शहर में कलाकारों द्वारा छोटे-बड़े करीब 5000 रावण, कुंभकर्ण व मेघनाथ के पुतले बनाए जाएंगे। इससे लोग अपने गली-मोहल्लों में भी रावण, कुंभकर्ण व मेघनाथ के पुतलों का दहन कर सकें। इसके अलावा शहर के बिट्टन मार्केट, संत हिरदाराम नगर, कोलार, भेल, अयोध्या नगर, अवधपुरी, करोंद, छोला व अन्य दशहरा मैदानों पर दहन के लिए रावण, कुंभकर्ण व मेघनाथ के बड़े पुतले बनाए जाएंगे। समितियों ने तीनों पुतलों की अलग-अलग ऊंचाई के बनाने के लिए ऑर्डर दिए हैं। हिन्दू उत्सव समिति के अध्यक्ष कैलाश बेगवानी ने बताया कि शासन द्वारा गाइडलाइन जारी किए जाने के बाद अब उत्साह से नवरात्र पर्व मनाया जा रहा है। दशहरा उत्सव भी धूमधाम से मनाएंगे। पिछले साल दशहरा पर्व धूमधाम से नहीं मना पाने से मायूस लोगों ने इस बार कोरोना का प्रकोप कम होने से बुराई पर अच्‍छाई की विजय के इस पर्व को मनाने की तैयारियां अभी से शुरू कर दी हैं। अब दशहरा पर्व आने में सिर्फ एक हफ्ता शेष है। लोगों में इस बार रावण, कुंभकर्ण व मेघनाथ के पुतलों के दहन को लेकर खासा उत्‍साह है।