भोपाल. मध्य प्रदेश की राजधानी भोपाल में अब रातें ठंडी हो गई हैं. तापमान करीब-करीब 14.8 डिग्री पर पहुंच गया है. मौसम विभाग के मुताबिक, बीते 7 दिन में इस सजीन की 1-2 नवंबर की रात सबसे सर्द थी. उस रात न्यूनतम तापमान 13 डिग्री से नीचे 12.4 डिग्री पर था. मौसम विभाग के मुताबिक, अगले चौबीस घंटों में फिर मौसम बदलेगा. रात के साथ-साथ दिन का पारा भी गिरेगा. पश्चिम विक्षोभ का असर खत्म होगा और तापमान पर असर दिखाई देना शुरू हो जाएगा.

राजधानी भोपाल में दिन का तापमान सामान्य है. यह 30 डिग्री सेल्सियस के आसपास बना हुआ है. 28 अक्टूबर को तापमान सबसे कम 28.1 डिग्री सेल्सियस था. जानकारी के मुताबिक, पश्चिमी विक्षोभ के प्रभाव से भोपाल में एक हफ्ते में रात का पारा 6 डिग्री सेल्सियस तक नीचे आ गया था. इससे पहले 26-27 अक्टूबर की रात पारा 18 डिग्री सेल्सियस पर था. भोपाल में नवंबर के शुरुआती पांच दिनों में सबसे कम तापमान 9 डिग्री सेल्सियस तक रिकॉर्ड किया गया. मौसम विभाग के अनुसार अगले चौबीस घंटों के दौरान तापमान और गिरेगा.
दूसरी ओर, मौसम विज्ञान विभाग ने देश के निचले राज्यों में बारिश के आसार जताए हैं. हालांकि, किसी भी क्षेत्र के लिए गंभीर चेतावनी या अलर्ट नहीं है. मौसम विभाग के अनुसार कोंकण, गोवा, मराठवाड़ा, तटीय आंध्र प्रदेश, तेलंगाना मध्य महाराष्ट्र, रायलसीमा,केरल, तमिलनाडु, पुड्डुचेरी, केरल, तटीय कर्नाटक, उत्तर आंतरिक कर्नाटक और लक्ष्वद्वीप में बारिश हो सकती है. इन क्षेत्रों में हल्की से मध्यम बारिश तक हो सकती है. साथ ही कुछ इलाकों में तेज हवा भी चल सकती है.

दिल्ली की हवा खराब

उधर राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली के आस-पास के इलाकों में पराली जलाये जाने से धुएं में तेज वृद्धि होने के बीच दिवाली पर आतिशबाजी पर सरकार द्वारा लगाये गये प्रतिबंधों की धज्जियां उड़ाई गईं. गुरुवार को दिल्ली और उसके आसपास के क्षेत्रों का आसमान धुएं के गुबार से ढंक गया,जिसके चलते शहर का वायु गुणवत्ता सूचकांक ‘गंभीर’ श्रेणी में पहुंच गया. दिल्ली में बढ़ते प्रदूषण के बीच वायु गुणवत्ता सूचकांक (AQI) जो शाम चार बजे 382 था, वह रात आठ बजे तक बढ़कर ‘गंभीर’ श्रेणी में पहुंच गया क्योंकि कम तापमान और हवा की गति मंद रहने के कारण प्रदूषक तत्वों का बिखराव नहीं हो सका.