महिला हिंसा के खिलाफ उमड़ते सो करोड़ अभियान

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महिला हिंसा के खिलाफ उमड़ते सो करोड़ अभियान


नारिवादी  72 संस्थाओं की 500 से अधिक महिलाओं ने ली  शपथ 


किसी भी महिला पर हिंसा नहीं करेगें, न  हिंसा सहन करेंगे और न ही किसी के साथ हिंसा होने देंगें



उमड़ते सो करोड़ अभियान के अर्न्तगत आयोजित बोल के लब आज़ाद हैं तेरे....... कार्यक्रम एक्शनएड एसोसिएशन और गौरवी (सखी) वन स्टॉप सेंटर के साथ मिलकर अनेकों नारिवादी संस्थाओं जैसे उदय संस्था, गांधीआलय संस्था, मकाम संस्था, भारतीय मुस्लिम महिला आंदोलन संगठन सहित 72 संस्थाओं  द्वारा साथ मिलकर आज  गांधी भवन में मनाया गया। 



     कार्यक्रम का शुभांरभ एक्शनएड एसोसिएशन की निदेशक श्रीमति सारिका सिन्हा के द्वारा किया गया और कार्यक्रम में उपस्थित महिलाओं का उनके द्वारा स्वागत किया गया। 
श्रीमती सिन्हा ने  उमड़ते सो करोड अभियान के बारे में बताते हुए कहा कि दुनिया का आंकड़ा कहता है कि हर तीसरी औरत ने या तो हिंसा झेली है अथवा झेलेंगी। हिंसा के रूप अलग-अलग हो सकते है, पर सोच के स्तर पर शिकार सिर्फ महिला ही होती है। अतरू इव ईन्सलर नाम की महिला इस पूरे अभियान की सोच अथवा रचनाकार हैं। वह विश्वभर में व्म्त् नामक अभियान पिछले 14 वर्षों से चला रही हैं। साथ ही सारिका जी ने अपनी प्रस्तुति में मध्यप्रदेश से जुड़े महिलाओं की विषम परिस्थिति को उपस्थित सभी लोगों के सामने प्रस्तुत कियाI


                       बोल के लब आज़ाद हैं तेरे....... कार्यक्रम में विशिष्ट अतिथि के रूप में माननीय मंत्री महोदय श्रीमान पी.सी. शर्मा जी रहे व उनके द्वारा सभी उपस्थित महिलाओं का हौंसला बठाया गया व साथ ही ई-रिक्शा महिला चालकों का शुभारंभ किया गयाये सभी महिलायें आने वाले समय में भोपाल की सड़कों पर ई-रिक्शा चलायेंगीं। 
साथ ही कार्यक्रम कीर्ती बैले एण्ड परफारमींग ग्रुप के द्वारा झाँसी की रानी नाटय की प्रस्तुति की गई। 
                        कार्यक्रम में मुख्य अतिथि श्रीमति अनुराधा शंकर, ए.डी.जी (प्रशिक्षण) ने संर्घषशील महिलाओं को हिंसा के खिलाफ एक होकर सामना करने का संदेश दिया गया।
                            जन जंगल जमीन अभियान की चीत्ररूपा माली ने नबालिग बालिकाओं के साथ हो रही हिंसा और समाज के नजरिये को चिंताजनक बताते हुए कहा कि हमें समाज में महिलाओं को सम्मान, सुरक्षा और विकास के अवसर प्रदान करने होंगें। अब हमें घर, परिवार, समाज और  कार्यस्थल पर महिलाओं के प्रति अपनी सोच में बदलाव लाना होगा ताकि समाज के पतन को रोक सकें और एतिहासिक गलती पितृसत्तामक व्यवस्था को सुधारा जा सके। 
नारीवादि विचारक व कवियत्री परवीन कैफ ने कार्यक्रम में उपस्थित सभी पीड़ित महिलाओं की बात सुनकर उन्हें कानूनी रूप से कार्यवाही किये जाने हेतू प्रेरित किया गया।
                      कार्यक्रम में उपस्थित पीड़ित महिलाओं के द्वारा अपनी आप बीती रखी गई। जिनके हौंसले को उपस्थित महिलाओं व मंच पर उपस्थित सम्मानीयों के द्वारा सराहा गया।



 इन सभी महिलाओं के द्वारा मंच पर आकर बोल के लब आज़ाद हैं तेरे....... नामक पुस्तक का विमोचन किया गया व सभी सम्मलित संस्थाओं के द्वारा उक्त सभी पीड़ित के जजबे को सलाम करते हुए उन्हें सम्मानित किया गया। कार्यक्रम में महिलाओं की आवाज़ को ओर बुलंद करने के लिए रेडियो मीर्ची से आर.जे. सुक्ती ने सभी उपस्थित महिलाओं से बात की व गौरवी (सखी) वन स्टॉप सेंटर से निकली पहली ऑटो महिला चालक तलत जहाँ की कहानी बताई व उनकी तरह आगे बढते रहने के लिए प्रोत्साहित किया।
      कार्यक्रम के अंत में बैगा जनजाति समुह, मकाम संस्था के द्वारा मनमोहक नृत्य प्रस्तुति की गई जिससे कार्यक्रम में उपस्थित सभी महिलाओं में उल्हास भर गया और फिर सभी 500 से अधिक महिलाओं ने साथ मिलकर महिला हिंसा के खिलाफ एक स्वर में नारे लगाए व शपथ ग्रहण की। कहा कि वह अपने जीवन में कभी भी किसी महिला पर हिंसा नहीं करेगें, न किसी भी प्रकार की हिंसा सहन करेंगे और न ही किसी के साथ हिंसा होने देंगें।


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