जनता के गाढ़े खून पसीने की कमाई से मिले टैक्स की ऐसी दुर्दशा
सोनोलॉजिस्ट की नियुक्ति न किए जाने से घूल फंक रही 10 लाख कीमत की सोनोग्राफी मशीन,
5 लाख कीमत की ब्लड स्टोरेज युनिट हुई बंद तो कॉलेज के लिए मिली 8.40 करोड़ की राशि भी हुई लैप्स ,
अफसरों के साथ जनप्रतिनिधि भी बने बेपरवाह, नगरवासियों को नही मिल पा रही लंबी दूरी की बस सेवा सुविधा, पहले बनाने में अब संचालन में कर रहे देरी
नगर का गरीब तबका लंबे समय से सोनोग्राफी जांच सुविधा का इंतजार कर रहा है,लेकिन उनकी यह आस जिम्मेदारों की अनदेखी के चलते पूरी नहीं हो पा रही है। ये हाल तब है जब अस्पताल को 4 साल पहले मशीन मिल चुकी है। बावजूद इसके स्वास्थ्य विभाग के अफसर जरुरतमंदों को सोनोग्राफी जांच सुविधा दिलाने में जमकर कोताही बरत रहे हैं।इस संवेदनशील मामले में स्थानीय से लेकर क्षेत्रिय जनप्रतिनिधि भी उदासीनपूर्ण कार्यशैली अपनाएं हुए हैं। जिसका नुकसान गरीब गर्भवती महिलाओं को भुगतना पड़ रहा है। उन्हें निजी अस्पतालों में मंहगी जांच कराने को मजबूर होना पड़ रहा है। इस महत्वपूर्ण मशीन का सुचारू संचालन न हो पाने का एक बड़ा कारण सरकारी डॉक्टर और निजी सोनोग्राफी सेंटर संचालकों का गठजोड़ ही हैं।इनका गठजोड़ ये नहीं चाहता कि अस्पताल आने वाले लोगों को मुफ्त में सोनोग्राफी जांच सुविधा मिले। इसके शुरु होने से जहां प्राइवेट सेंटर संचालकों की दुकानदारी बंद हो जाएगी।वहीं सरकारी डॉक्टरों को कमीशन में मिलने वाली मोटी कमाई से हाथ धोना पड़ेगा। यही कारण है कि गरीबों को मिलने वाली चिकित्सा जांच सुविधा के शुरु कराने को लेकर हर स्तर पर लापरवाही बरती जा रही है।इसी तरह की अनदेखी ब्लड स्टोरेज यूनिट को लेकर भी की जा रही है। जिासके चलते गरीब वर्ग की खून की कमी से जूझ रहीं जरूरतमंद गर्भवती महिलाओं को खून के लिए भटकना पड़ रहा है।
…तो मिलने लगती यू जी सी से ग्रांड:
शासन ने 3 साल पहले नगर के शासकीय राजा भोज कॉलेज भवन निर्माण
के लिए उच्च शिक्षा विभाग को 8 करोड़ 40 लाख की राशि स्वीकृत की थी। इस राशि से 5 एकड़ में
कॉलेज का नवीनभवन का निर्माण कराया जाना था। लेकिन कॉलेज के पास स्वयं की
जमीन न होने और राजस्व विभाग द्वारा भूमि उपनलब्ध न करा पाने के कारण दो साल पहले राशि लैप्स हो गई।इससे एक और जहां विद्यार्थियों को सर्वसुविधा युक्त भवन की सौगात नही मिल पाई । वहीं कॉलेज को यू जी सी से मिलने वाली ग्रांड से भी हाथ धोना पड़ रहा है।
इनका कहना है
सोनोलॉजिस्ट की नियुक्ति के लिए शासन को पत्र लिखा है। आशा है जल्दी ही इस पद पर नियुक्ति हो जाएगी।
डॉ दीनेश खत्री , सीएमएचओ रायसेन
मैं जानकारी लेता हूं कि बस स्टेंड का संचालन क्यों नही कराया जा रहा है। इसके बाद सीएमओ को शीघ्रातिशीघ्र बस स्टेंड शुरू करवाने के लिए कहा जाएगा।
उमाशंकर भार्गव,कलेक्टर