अनलॉक 1 में मिली छूट से उद्यमियों को अभी और अधिक राहत का इंतजार

0

 अनलॉक 1 में मिली छूट से उद्यमियों को अभी और अधिक राहत का इंतजार 

 उद्योगों को उत्पादन शुरू करने में  अब नही आएगी कच्चे माल की दिक्कत ,

 दूसरे प्रदेशों के खुलने से ही उद्योग पकड़ सकेंगे रफ्तार

 मंडीदीप। कोरोना संकट के इस दौर में एक ओर जहां सरकार ने कोरोना संक्रमण को रोकने के लिए पूरी ताकत लगा रखी है। वहीं दूसरी तरफ अर्थव्यवस्था को फिर से सुदृढ़ करने के लिए उद्योगों में उत्पादन शुरू करने के लिए हर संभव प्रयास किए जा रहे है । इसी के अंतर्गत मंगलवार को राज्य सरकार ने अनलॉक 1 में कई प्रतिबंधों को हटाते हुए बड़ी राहत दी । इससे उद्योगों को अब कच्चा माल मिलने के साथ ही अन्य आवश्यक मशीनों के कलपुर्जे  आसानी से उपलब्ध हो सकेंगे। लेकिन देश के दूसरे प्रदेशों के पूरी तरह से अनलॉक ना होने के कारण औद्योगिक उत्पादन गति नहीं पकड़ सकेगा ऐसे में उद्यमियों को अन्य प्रदेशों के खुलने का बेसब्री से इंतजार है। 

     एसेसिएशन ऑफ ऑल इंडसट्रिज के संयुक्त सचिव सीबी मालपानी का कहना है कि  कोरोना महामारी के चलते लागू किए गए लॉकडाउन से रॉ-मटेरियल की समस्या तो बनी ही हुई थी , तैयार माल  को भी डिस्पैच नहीं कर पा रहे थे लेकिन अब सभी तरह के बाजार और उद्योग खुलने से उनकी मुश्किलें आसान हो जाएंगी।

दूसरे राज्य भी अनलॉक हो तो मिले बड़ी राहत:

एएआईएम के अध्यक्ष राजीव अग्रवाल का कहना है कि कोरोना संक्रमण की दूसरी लहर जितनी तेजी से कम हो रही है उससे  लोगों के लॉकडाउन  से बाहर आने की आवश्यकता उतनी ही बढ़ती जा रही है। समस्या यह है कि लॉकडाउन से बाहर निकलने की प्रक्रिया बहुत धीमी है।  इस धीमी प्रक्रिया से आर्थिक व्यापारिक गतिविधियों को बल मिलने की कोई प्रबल संभावना इसलिए नहीं  क्योंकि  मध्य प्रदेश भले ही अनलॉक हो गया हो परंतु अभी महाराष्ट्र दिल्ली का बाजार, तमिल नाडु पंजाब और हरियाणा सहित अन्य राज्यों का अभी अनलॉक होना शेष है। जब तक यह राज्य पूरी तरह से अनलॉक नहीं हो जाते तब तक इंडस्ट्रियल प्रोडक्शन पूरी तरह से गति नहीं पकड़ पाएगा। वहीं जिन क्षेत्रों को लॉकडाउन से मुक्त किया गया है वहां के उद्योग तभी गति पकड़ सकेंगे जब उनसे संबंधित क्षेत्रों को भी पाबंदी से बाहर किया जाए। 

आड़े आएगी मजदूरों की कमी:

ज्ञात है कि लॉकडाउन के बाद नगर के करीब 15,000 से अधिक ठेका और दिहाड़ी मजदूर पलायन कर चुके है, ऐसे में अब उद्योगों के पूरी तरह चालू होने के बाद उन में मजदूरों की आवश्यकता पड़ेगी। परंतु घर लौट चुके मजदूर अब तक वापस नहीं आए हैं। जिससे फिलहाल तो उद्योगों को मजदूरों की कमी का सामना करना पड़ेगा।

https://images.news18.com/ibnkhabar/uploads/2020/04/FACTORY.jpg?impolicy=website&width=459&height=306


एक टिप्पणी भेजें

0टिप्पणियाँ
* Please Don't Spam Here. All the Comments are Reviewed by Admin.

Please Select Embedded Mode To show the Comment System.*

#buttons=(Accept !) #days=(20)

Our website uses cookies to enhance your experience. Learn More
Accept !