बालश्रम सभ्य समाज पर कलंक,इसे राेकना हमारी जिम्मेदारी-सेजकर
बाल श्रम विराेधी अभियान चलेगा गांव-गांव,
हरदा। बालश्रम सभ्य समाज पर कलंक है। इसे राेकना हमारी सामाजिक व नैतिक जिम्मेदारी है। यह बात चाइल्ड लाइन के समन्वयक अशाेक सेजकर ने कही। वे बुधवार काे बालश्रम विराेधी जागरुकता कार्यक्रम के शुभारंभ माैके पर बाेल रहे थे।
उन्होने आगे कहा कि स्कूल जाने की उम्र वाले छाेटे बच्चाें से हाेटल,गैरेज,रेस्टाेरेंट आदि जगहाें पर हम आए दिन देखते हैं। कई बार ताे हम इन्हीं स्थानाें पर चाय नास्ता भाेजन करने भी जाते हैं,लेकिन हम ऐसे मामलाें काे देखकर भी अनदेखा कर देते हैं। इससे बालश्रम काे बढ़ावा मिलता है।
उन्हाेंने कहा कि बच्चाें से काम कराना गैर कानूनी है। इसमें नियाेक्ता के खिलाफ कार्रवाई और सजा का भी प्रावधान है। उन्हाेंने कहा कि जब बच्चे पढ़ाई लिखाई की उम्र में पढ़ाई करेंगे तभी वे समाज व परिवार के लिए संस्कारित व देश के लिए सभ्य नागरिक बन सकेंगे। हमें इन्हें बालश्रम की भटटी में झुलसने से बचाना है।
उन्हाेंने बताया कि अब बाल श्रम विराेधी अभियान मप्र,सेव द चिल्ड्रन भाेपाल व सिनर्जी संस्था की मदद से शहर की चिन्हित बस्तियाें और गांवाें में जागरुकता अभियान चलाया जाएगा। जिससे हरदा काे बाल मैत्री व बाल श्रम मुक्त जिला बनाया जा सके। कार्यक्रम में बंगाली काॅलाेनी,दूधडेरी,जत्रापड़ाव,मानपुरा आदि क्षेत्राें के बाल मित्र भी माैजूद रहे।
हरदा। कार्यक्रम में दी बाल श्रम की जानकारी।