भोपाल । केंद्र सरकार की नीतियों के खिलाफ कांग्रेस सहित सीपीआई, सीपीएम, एनसीपी और सपा मिलकर प्रदेश में प्रदर्शन करने जा रही है। शुक्रवार को प्रदेश कांग्रेस कार्यालय में इन सभी पार्टियों के नेताओं ने संयुक्त रूप से पत्रकार वार्ता कर प्रदर्शन करने का ऐलान किया। इसके साथ ही आधे दिन का प्रदेश बंद भी किया जाएगा। संयुक्त पत्रकार वार्ता में प्रदेश कांग्रेस के उपाध्यक्ष अशोक सिंह ने बताया कि 25 सितम्बर को हर जिले में धरना-प्रदर्शन में कोरोना महामारी में जान गंवाने वाले परिवारों को तत्काल पर्याप्त मुआवजा, कांग्रेस की न्याय योजना लागू कर 7500 रुपए प्रति परिवार को दिये जाने, तीनों कृषि कानूनों को तत्काल वापस लिये जाने, डीजल-पेट्रोल, रसोई गैस मे एक्साइज ड्यूटी कम कर जनता को राहत देने, देश की बेशकीमती संपत्तियों को कंपनियों को निजी हाथों में सौपना बंद करने, मनरेगा योजना के तहत 200 दिन रोजगार गारंटी प्रदान करने, पेगासस जासूसी मामले की जांच सुप्रीम कोर्ट की निगरानी में कराये जाने, सूक्ष्म एवं मध्यम उद्योगों को आर्थिक पैकेज दिये जाने, महंगाई कम करने के लिए सार्थक कदम उठाये जाने और युवाओ को रोजगार देने के लिए सरकार कार्ययोजना बनाये जैसे विभिन्न मुद्दों को उठाया जाएगा।
पूरे प्रदेश में एकसाथ दिए जाएंगे धरने
कांग्रेस एक बार फिर शक्ति प्रदर्शन करने जा रही है। शनिवार को पूरे देश में केन्द्र और राज्य की भाजपा सरकार के खिलाफ धरने दिए जा रहे हैं। भोपाल में कांग्रेस आयोजन को सफल बनाने में जुटी है। सभी से कहा गया है कि ज्यादा से ज्यादा कार्यकर्ता लेकर पहुंचे। पिछले दिनों दिल्ली में विपक्षी दलों की बैठक में निर्णय लिया गया था कि आम लोगों की समस्याओं को लेकर पूरे देश में 25 सितम्बर को धरना-प्रदर्शन के आयोजन किए जा रहे हैं। यह धरना बेरोजगारी, कोविडकाल में दिवंगत हुए लोगों को उचित मुआवजा देने तथा बेरोजगारी सहित अन्य मुद्दों पर दिया जाएगा।