नई दिल्ली । जम्मू-कश्मीर समेत पूरे भारत में आतंकवादियों पर सुरक्षाबलों का कसता शिकंजा और वहां की अमन व्यवस्था पाकिस्तान को पसंद नहीं आ रही है। ऐसे में वो लगातार भारत में घुसपैठ कराने की कोशिशें करता रहता है। हाल ही में सीमा पर तैनात हमारे सुरक्षाबलों ने पाकिस्तान के घुसपैठियों को ढेर किया है, जो भारत के अमन को तहस नहस करने का ख्वाब देख रहे थे। अफगानिस्तान पर तालिबान राज के बाद खुफिया एजेंसियां पहले से ही सतर्क थी और अब त्योहारी सीजन में पाकिस्तान की गतिविधियां देख खुफिया एजेंसियों ने अलर्ट जारी किया है। पाकिस्तान लगातार आतंकवादी संगठनों और अपनी खुफिया एजेंसी आईएसआई के माध्यम से भारत को अस्थिर करने की कोशिशों में जुटा रहता है। लेकिन हमारे सुरक्षाकर्मी और एजेंसियां लगातार उनकी योजनाओं पर पानी फेरती रही हैं।
खुफिया एजेंसियों को इनपुट मिला है कि लश्कर-ए-तैयबा (एलईटी), हिजबुल मुजाहिदीन (एचएम) और हरकत उल अंसार के दहशतगर्द किसी बड़े हमले की योजना बना रहे हैं। इसके अलावा पाकिस्तानी आतंकी संगठन घाटी में अफगानी आतंकवादियों की घुसपैठ कराने की पुरजोर कोशिशों में जुटे हुए हैं। खबर है कि नियंत्रण रेखा (एलओसी) के पास नाक्याल सेक्टर में मौजूद आतंकवादी कैंप में लगभग 40 आतंकियों को प्रशिक्षण दिया जा रहा है। कहा जा रहा है कि घाटी में मौजूद स्लीपर सेल इन आतंकवादियों की घुसपैठ में मदद करेंगे। जो आतंकी हमले की फिराक में हैं। भारतीय सेना ने गुरुवार को उरी में एलओसी के पास घुसपैठ की एक कोशिश को नाकाम कर दिया, जिसमें तीन आतंकवादी मारे गए और हथियारों तथा गोला-बारूद का जखीरा बरामद हुआ। जनरल ऑफिसर कमांडिंग लेफ्टिनेंट जनरल डीपी पांडे ने कहा कि हाल ही में एलओसी के दूसरी तरफ से घुसपैठ की गतिविधियां बढ़ी हैं। हालांकि साल की शुरुआत से कोई घुसपैठ नहीं हुई है। थोड़ी बहुत गतिविधियां हुई हैं जो पाकिस्तानी सेना के कमांडरों की जानकारी के बिना नहीं हो सकती।