जयपुर | पुलिस कमिश्नरेट की सीएसटी क्राइम ब्रांच ने चोरी हुए करोड़ों रुपए के मोबाइल बरामद करने में सफलता हासिल की है। ट्रेस करने पर चोरी हुए मोबाइल जयपुर और देशभर के अन्य जिलों में उपयोग होना सामने आया। टीम ने प्रदेश के सीकर, झुंझुनू , चूरू , अजमेर,  टोंक , सवाई माधोपुर , दौसा, करौली , भरतपुर, अलवर , कोटा व अन्य आसपास के जिलों में विभिन्न कार्मिकों द्वारा उपयोग में लिए जा रहे 525 चोरी के मोबाइल बरामद करने में सफलता हासिल की। जयपुर पुलिस आयुक्त आनंद श्रीवास्तव ने बताया कि बरामद हुए मोबाइलों में 15000 से लेकर 120000 रूपये तक के मोबाइल शामिल हैं जिनकी कुल कीमत करीब तीन करोड़ आंकी गई है।

प्रदेश के एक दर्जन से ज्यादा जिलों से चोरी के मोबाइल हुए बरामद

पुलिस आयुक्त जयपुर आनंद श्रीवास्तव ने बताया कि पिछले कुछ महीनों से जयपुर में आसपास के क्षेत्र में मोबाइल स्नैचिंग की घटनाएं बढ़ रही थी, इसको देखते हुए तकनीकी और सीएसटी क्राइम ब्रांच की संयुक्त टीम गठित की गई। टीम ने अपना मोबाइल अपने हाथ -जयपुर कमिश्नरेट के साथ अभियान के तहत कार्य योजना बनाकर जयपुर कमिश्नरेट क्षेत्र में पिछले 1 साल के दौरान मिसिंग मोबाइल डाटा संकलित किए। इसके बाद विभिन्न मोबाइल ऑपरेटर कंपनियों में आईएमआई नंबर के आधार पर मिसिंग हुए मोबाइल की ट्रेसिंग की गई। 

फर्जी बिल बनाकर बेचते हैं

जयपुर पुलिस आयुक्त ने बताया कि कुछ लोग चोरी के मोबाइल खरीद कर फर्जी बिलों के द्वारा इन्हें बेचते हैं। इन पर भी पुलिस की नजर बनी हुई है। गौरतलब है कि मार्च 2020 में जयपुर पुलिस कमिश्नरेट क्षेत्र में चोरी के मोबाइल बरामद करने के उद्देश्य से अभियान की शुरुआत की गई थी, जिसके तहत अब तक करीब 35 सौ से ज्यादा मोबाइल बरामद किए जा चुके हैं। पुलिस आयुक्त ने बताया कि बरामद हुए कुल 525 मोबाइल को अब डीसीपी कार्यालयों के माध्यम से बीट कांस्टेबलों द्वारा मोबाइल धारकों को सुपुर्द किए जाने के निर्देश दिए गए हैं।