श्रीनगर. जम्मू-कश्मीर (Jammu Kashmir) में सुरक्षाबलों को बड़ी सफलता मिली है. भारतीय सुरक्षाबलों ने कश्मीर के त्राल में हुए एक एनकाउंटर में जैश-ए-मोहम्मद (Jaish-e-Mohammad) के टॉप कमांडर शम सोफी को ढेर कर दिया है. कश्मीर के आईजी (पुलिस महानिरीक्षक) विजय कुमार ने यह जानकारी दी. पुलिस के एक अधिकारी ने बताया कि दक्षिण कश्मीर के पुलवामा जिले के अवंतीपुरा के त्राल इलाके के तिलवानी मोहल्ला वाग्गड़ में आतंकवादियों की मौजूदगी के बारे में गुप्त सूचना मिलने के बाद सुरक्षा बलों ने वहां घेराबंदी कर तलाशी अभियान शुरू किया.उन्होंने बताया कि आतंकवादियों के सुरक्षा बल पर गोलीबारी के बाद अभियान मुठभेड़ में तब्दील हो गया. सुरक्षा बलों की जवाबी कार्रवाई में एक आतंकवादी मारा गया. कश्मीर के पुलिस महानिरीक्षक विजय कुमार ने बताया कि आतंकवादी की पहचान जैश-ए-मोहम्मद के शीर्ष कमांडर शम सोफी के तौर पर हुई है. उन्होंने ट्वीट किया, ‘‘ जैश-ए-मोहम्मद का शीर्ष कमांडर शम सोफी मुठभेड़ में मारा गया.’’
एक दिन पहले शोपियां में मारे गए थे पांच आतंकी
इससे पहले जम्मू-कश्मीर के शोपियां जिले में दो अलग-अलग मुठभेड़ों में पांच आतंकवादी मारे गए. इनमें से एक आतंकवादी हाल में श्रीनगर में बिहार के एक फेरी वाले की हत्या में शामिल था. पुलिस ने मंगलवार को यह जानकारी दी.पुलिस के एक प्रवक्ता ने बताया कि श्रीनगर और बांदीपोरा में लोगों की चुन-चुनकर हत्या करने के हाल के चार मामलों में से दो को इन घटनाओं में शामिल आतंकवादियों को मार गिराए जाने के साथ ही सुलझा लिया गया है.
खुफिया सूचना मिलने के बाद चलाया गया अभियान
उन्होंने बताया, ‘‘पिछले 24 घंटों में शोपियां के दो गांवों तुलरान और फेरीपुरा में आतंकवादियों की मौजूदगी की खुफिया सूचना मिलने के बाद दो आतंकवाद रोधी अभियान चलाए गए, जिसमें पांच आतंकवादी मारे गए. मृत आतंकवादियों में मुख्तार शाह शामिल है, जो श्रीनगर के लाल बाजार इलाके में एक गैर स्थानीय विक्रेता की हत्या में शामिल था.’’प्रवक्ता ने बताया कि खुफिया सूचना मिलने के बाद सुरक्षाबलों ने दक्षिण कश्मीर के दो गांवों की घेराबंदी की और वहां तलाश अभियान चलाया. उन्होंने बताया कि तुलरान में आतंकवादियों को आत्मसमर्पण करने का बार-बार मौका दिया गया लेकिन उन्होंने सुरक्षाबलों के संयुक्त दलों पर अंधाधुंध गोलियां चलायीं, जिसके बाद मुठभेड़ शुरू हो गयी.उन्होंने कहा, ‘‘अंधेरे के कारण अभियान निलंबित कर दिया गया लेकिन घेराबंदी जारी रही. सुबह-सुबह आतंकवादियों को आत्मसमर्पण के लिए कहते हुए बार-बार घोषणाएं की गयीं, लेकिन उन्होंने फिर से संयुक्त तलाशी दल पर गोलियां चलाईं और सुरक्षाबलों ने भी जवाबी कार्रवाई की.’’