पहला सावन सोमवार आज...
भोजपुर सहित नगर के शिवालयों में भक्तों की भीड़, हर-हर महादेव के जयकारे गूंजें,
डेढ़ क्विंटल फूलों से किया भोले का शृंगार,सावन सोमवार को पहुंचते हैं 50 हजार से अधिक श्रद्धालु।
सुबह 4 बजे से भगवान का अभिषेख और आरती में भी भक्तों की भीड़ रही
आज श्रावण का पहला सोमवार है जो भोले के भक्तों के लिए विशेष मायने रखता है। आज की तैयारियों में स्थानीय मंदिर समिति और प्रशासन एक सप्ताह पूर्व से ही तैयारी में लग जाते हैं। कोरोना के बाद यह पहला अवसर है जब श्रावण मास में भगवान भोलेशंकर के भक्तों के लिए दरबार खुला है। अब तक सावन के पहले सोमवार लगभग 50 हजार श्रद्दालुओं द्वारा दर्शन के पहुंचने की संभावना रहती है,स्थानीय प्रशासन द्वारा भी इसी तरह व्यवस्था की जाती है।
डेढ़ क्विंटल फूलों से भोले का शृंगार-
भगवान भोलेनाथ की आराधना और उपासना का पवित्र सावन मास पिछले गुरुवार से प्रारंभ हो गया है अब अगले एक महीने तक भोलेनाथ की भक्ति में श्रद्धालु लीन रहेंगे। सावन महीने के पहले दिन से शिवालयों में दर्शन और जलाभिषेक करने भक्तों की भीड़ उमड़ रही है। नगर के बाबा अर्धनारीश्वर मंदिर, पिपलेश्वर महादेव, शिवशक्ति और खेड़ापति मंदिर सहित अन्य शिवालयों में भक्त जलाभिषेक करने के साथ ही पार्थिव शिवलिंग निर्माण, शिव चालीसा, रुद्र पाठ के साथ हवन-अनुष्ठान कर रहे हैं। इसके चलते मंदिरों में सुबह से बम-बम भोले और ऊँ नमः शिवाय की स्वर लहरियां गूंज रही हैं।
डेढ़ क्विंटल फूलों से भोले का शृंगार-
कोरोना के कारण दो साल बाद भक्त समीप से भोले के दर्शन के साथ जलाभिषेक भी कर सकेंगे। शिवालयों में पूजा-अर्चना करने भक्तों की भीड़ उमड़ी। भोजपुर मंदिर के महंत पवन गिरी गोस्वामी ने बताया कि बाबा का करीब डेढ़ क्विंटल गुलाब और गेंदे के फूलों के साथ बिल्व पत्र,आम के पत्तों से भव्य शृंगार किया गया है। सुबह 4 से अनुष्ठान कर भस्म आरती की गई। भक्तों की भीड़ सुबह से ही भोजपुर शिवालय के दर्शन करने पहुंच रहे हैं।