मीत सोशल सोसायटी की पहल-
नशा मुक्त अयोध्या नगर अभियान में बड़ी संख्या में जुड़ रहे लोग
समझाईश से नहीं तो कानून से मनवाएंगें,अयोध्या को नशा मुक्त नगर बनायेंगें
भोपाल - नष्ट करता परिवार समाज और शरीर,जो है नशे के करीब।........ भैया अब तो मान जाओ,नशे की लत से पीछा छुड़ाओ। .......जुआ सट्टा और शराब कर देते जीवन बेकार जैसे नारे लगाते हुए महिलाओं ने नशे के विरोध में मोर्चा खोला। वे मीत सोशल सोसाइटी के नशा मुक्त अभियान से जुड़कर अयोध्या नगर को नशा मुक्त करने के लिए चलाये गए एक दिवसीय अभियान में सम्मलित हो लोगों को जागरूक कर रही थीं। समिति की अध्यक्ष रेखा श्रीधर ने बताया कि मीत सोशल सोसायटी द्वारा नशे के विरोध में यह अभियान चलाया जा रहा है जिसके अंतर्गत लोगों को नशे से होने वाली बुराइयों के प्रति सचेत कर नशा छोड़ने के लिए प्रेरित किया जा रहा है।
वार्ड पार्षद की अभियान की शुरुआद-
समिति की रेखा श्रीधार ने बताया मीत सोशल सोसाइटी ने अयोध्या नगर को नशा मुक्त अयोध्या नगर बनाने एक दिवसीय अभियान का आह्वान किया । इस अभियान का उद्देश्य बच्चों को नशे से दूर करना है एवं किशोर न्याय अधिनियम की धारा 77 एवं 78 का कड़ाई से पालन करना है। अभियान में वार्ड 68 की पार्षद उर्मिला ने इस अभियान की शुरुआत अयोध्या नगर थाने से की। इस एक दिवसीय नशा विरोधी अभियान में वर्ड 68 की अगनवाड़ी कार्यकर्ता,किशोरी समूह की बालिकाओं और समिति के सदस्यों ने भाग लिया।अभियान के अंतर्गत अयोध्या मगर की प्रत्येक दुकानों,जिनमें पान मसाला, दवाई की दुकान,किराना दुकान आदि पर जाकर यह समझाईश दी कि बच्चों को गुटका और सिरिंज न दें।
समझाने से न माने तो कानून से मनवाएंगें-
बाल अधिकारों पर कार्यरत संस्था की अध्यक्ष रेखा श्रीधर ने व्यापरियों दुकान संचालकों को किशोर न्याय अधिनियम क धारा 77 एवं 78 से अवगत कराया।उन्हें बताया कि बच्चों को नशे करने वाली सामग्री बेचते पाये जाने पर पुलिस आपके खिलफ प्रकरण पंजीबत करेगी। जिसमे 7 वर्ष के कठोर कारावास का प्रावधान है। श्रीमती श्रीधर ने बताया कि यदि लोग समझाने से न माने तो कानून से मनवाएंगें हर हाल में अयोध्या नगर को नशा मुक्त बनायेंगें।उन्होंने पुलिस थाने जाकर पुलिस विभाग से ऐसे अपराध में लिप्त पाये जाने पर अपराध पंजीबत करने की मांग की।